वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे॥
अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
कीन्ही दया तहं करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
ताके तन नहीं रहै कलेशा ॥ धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे ।
O Wonderful Lord, consort of Parvati You will be most merciful . You mostly bless the bad and pious devotees. Your attractive variety is adorned Using the moon on Your forehead and with your ears are earrings of snakes' hood.
सांचों थारो नाम हैं सांचों दरबार हैं - भजन
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चंदन shiv chalisa lyricsl मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव…॥
ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव…॥
ईश्वर ने मेरे भाग्य में क्या लिखा है - प्रेरक कहानी
श्रावण मास विशेष : शिव बिल्वाष्टकम् का पाठ,देगा मनचाहा लाभ
ब्रह्म – कुल – वल्लभं, सुलभ मति दुर्लभं, विकट – वेषं, विभुं, वेदपारं ।
ॠनिया जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे Shiv chaisa सो पावन हारी॥
त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव…॥